विवरण
डाउनलोड Docx
और पढो
वीगन भोजन का आध्यात्मिक पहलू बहुत स्पष्ट है - अहिंसा, "आप हत्या नहीं करोगे।" जब परमेश्वर ने हमसे कहा, "आप हत्या न करना," उन्होंने नहीं कहा मनुष्य प्राणियों - उन्होंने कहा सभी प्राणियों। क्या उन्होंने यह नहीं कहा कि उन्होंने सभी जानवर (लोगों) को हमारा मित्र बनाने तथा हमारा सहायक बनने के लिए बनाया है? और क्या उन्होंने सभी जानवर (लोगों) को हमारी देखभाल में नहीं रखा है? उन्होंने कहा कि उनका ध्यान रखें; उन पर शासन करें। और जब आप अपनी प्रजा पर शासन करते हो, तो क्या आप अपनी प्रजा को मारकर खा जाते हो? […]आप अपने विरुद्ध जो कुछ भी करते हैं, आपको कष्ट कराता है। जैसे कि आप स्वयं को नहीं मार सकते, तथा आपको स्वयं को भूखा नहीं रखना चाहिए। वही बात - हमें हत्या नहीं करनी चाहिए। क्योंकि यह जीवन के सिद्धांत के विरुद्ध है। इससे हमें कष्ट कराता है, इसलिए हम ऐसा नहीं करते। इसका मतलब यह नहीं है कि हम अपने आप को इस तरह सीमित कर लें। इसका मतलब है कि हम अपने जीवन को सभी प्रकार के जीवनों तक विस्तारित करते हैं। हमारा जीवन इस शरीर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पशु(-लोग) और अन्य सभी प्रकार के प्राणियों के जीवन तक विस्तारित होगा। और यह हमें महानतर, भव्यतर, खुशहालपुर और असीम बनाता है।Photo Caption: पड़ोसी-प्रेम की शांति और सुंदरता