मैं स्वामी संप्रदाय का भिक्षु बन गया: परमहंस योगानंद (शाकाहारी) द्वारा, 'एक योगी की आत्मकथा' से चयन, 2 का भाग 12025-01-06ज्ञान की बातें विवरणडाउनलोड Docxऔर पढो“उनका लक्ष्य आत्मा के साथ पूर्ण एकता है। अपनी जागृत और सोयी हुई चेतना को इस विचार से ओतप्रोत करते हुए कि, ‘मैं ही वह हूँ,’ वह संसार में संतुष्ट होकर घूमता है, किन्तु संसार का हिस्सा नहीं होता।”