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अपनी कृपाओं को गिने और सकारात्मक बने, 6 का भाग 3

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कोशिश करें नाम लेने की। सुगम है, कठिन नहीं है। हर जगह लिखकर रख दो। शौचालय के शीशे पर “पवित्र नाम।” दरवाजे पर जब आप बाहर आए जाएं। सराहने पर “पवित्र नाम।” जब आप बैठें अपने आगे लिखो “पवित्र नाम।” पवित्र नाम आपको शान्त करेंगे। हम उलझाने वाले विचार बदल देतें हैं। आपकी रक्षा करते हैं।

और जब तुम ध्यान करने बैठते हो तुम बडी श्रद्धा से प्रार्थना करते है। तुम्हें शांत करने में मदद करती है और ध्यान केन्द्रित करने में। और “पवित्र नाम” लिख दो पवित्र नाम हर जगह लिख दो। ताकि जहां कहीं भी देखो तुम इसे दोहराते रहो सिर्फ तब नहीं जब तुम ध्यान पर बेठो। और जब तुम ध्यान पर बैठो यह तुम्हारी आदत बन जाए। ध्यान का इंतजार किए बिना ही (पवित्र) नाम को दोहराते रहें। सारा दिन दोहराते रहें। अपने कार के चक्र के आगे लिख लो। अपनी गाडी में हर जगह ठीक है? अपने गाड़ी चक्र। अपनी गदी पर,अपने सिरहाने पर अपने आप को याद करवाते रहो ठीक है?
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